मुलायम सिंह की तेरहवीं क्यों बन रही है चर्चा का विषय
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की अंत्येष्टि के बाद अभी पूरा परिवार शोक में डूबा है।अखिलेश यादव व परिवार के सभी लोग शुद्धि संस्कार में शामिल हुए।
भोर में अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचकर अखिलेश यादव ने पिता की अस्थियां चुनीं और अब अस्थि विसर्जन की तैयारी है। अंत्येष्टि स्थल से चुनी गईं अस्थियों को एक कलश में एकत्र करके सुरक्षित स्थान पर रखवाया गया है। इन अस्थियों को हरिद्वार में विसर्जित किया जाएगा। अंत्येष्टि वाली जगह को समतल कराया गया है, वहां पर समाधि स्थल बनाया जाएगा। इसके अलावा सैफई गांव में नेताजी की बड़ी मूर्ति लगाई जाएगी।
इसी के साथ मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं का आयोजन नहीं किया जाएगा बल्कि 11वें दिन हवन के बाद महोत्सव पंडाल में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जब से यह सूचना लोगों तक पहुंची कि नेताजी का तेरहवीं संस्कार नहीं होगा तब से मुलायम सिंह की तेरहवीं चर्चा का विषय बन रही है।
पक्ष विपक्ष अखिलेश यादव के इस साहसिक निर्णय की तारीफ करते नही थक रहें हैं। बुद्धिजीवी वर्ग, सामाजिक चिंतक इसे संपूर्ण समाज के लिये एक कल्याणकारी संदेश मान रहें हैं। गरीब लोगों के लिये इसे एक शुभ संदेश के रूप में देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर तेरहवीं पर मृत्युभोज न करने को लेकर जबर्दस्त प्रतिक्रिया है। ज्यादातर लोग इसे जनहित में लिया गया महत्वपूर्ण सामाजिक संदेश मानतें हैं।
आखिर मुलायम सिंह की तेरहवीं क्यों बन रही है चर्चा का विषय, इसे व्यापक रूप से जानने के लिये देखिये ये वीडियो-
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