यादव मंच से रहा मुलायम सिंह यादव का बेहद खास रिश्ता
लखनऊ, पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव और यादव मंच का रिश्ता काफी पुराना है। इस मामले में यादव मंच बहुत सौभाग्यशाली है कि नेताजी जैसी दिग्गज शख्सियत का प्यार और आशीर्वाद यादव मंच को उसकी उत्पत्ति से ही मिलता रहा है।
ये बात सन 2009 की है। 2009 के सितंबर माह में यादव मंच पत्रिका का लोकार्पण होना था। इस बात की जानकारी जैसे ही मुलायम सिंह यादव को हुई उन्होने यादव मंच पत्रिका के लिये तुरंत अपना शुभकामना संदेश भेजा। निश्चित रूप से नेताजी का शुभकामना संदेश पाकर यादव मंच पत्रिका के संपादक जगदेव प्रसाद यादव सहित पूरी टीम का उत्साह दोगुना हो गया। 26 सितंबर 2009 को लखनऊ में ही यादव मंच पत्रिका का लोकार्पण बड़े शानदार तरीके से हुआ और जल्द ही यादव समाज में यादव मंच पत्रिका चर्चा का विषय बन गई।
लेकिन यादव मंच पत्रिका के संपादक जगदेव प्रसाद यादव सहित पूरी टीम इस बात से बेखबर थी कि यादव मंच पर नेताजी की पूरी नजर है और वो बड़े चाव से पत्रिका को पढ़तें हैं। आठ माह बाद अचानक इस बात का खुलासा हुआ। अप्रैल 2010 में प्रांतीय यादव महासभा द्वारा लखनऊ के गाँधी भवन मे यादव होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया था। समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री शारदानंद अंचल उस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। उनके साथ मंच पर पूर्व मंत्री व सांसद कैलाशनाथ यादव और गंगादीन यादव , पूर्व आईएएस भी थे। उस कार्यक्रम में भी यादव मंच पत्रिका का अप्रैल अंक वितरित किया गया था। जिसकी कवर पेज स्टोरी उसी समय आई मूवी ” माई नेम इज खान एंड आई एम नाट टेरेरिस्ट ” से प्रेरित थी।
यह वह दौर था जब मायावती सरकार में पूरे प्रदेश में यादव समाज का व्यक्ति अपने सरनेम के कारण अफसरों के भेदभाव का शिकार हो रहा था । यादव मंच की कवर पेज स्टोरी थी ” माई नेम इज यादव बट… “। अंचल जी के ङाथों मे भी यादव मंच पत्रिका थी वह बड़े चाव से मंच पर उसे पढ़ रहे थे। जब समापन पर उनके बोलने का मौका आया तो उन्होने यादव मंच पत्रिका लिये हुये बोलना शुरू किया। अपने भाषण की शुरूआत उन्होने यादव मंच की कवर पेज स्टोरी से की। उन्होने कहा कि आज ये पत्रिका दूसरी बार मुझे मिली है । इससे पहले माननीय मुलायम सिंह ने ये यादव मंच पत्रिका मुझे दी थी और यादव मंच की तारीफ करते हुये कहा था कि इसे पढ़ो। इसके बाद शारदानंद अंचल जी ने यादव मंच की प्रशंसा में बहुत कुछ कहा। जिसका उल्लेख यादव मंच पत्रिका के सितंबर 2010 के अंक मे स्वर्गीय शारदानंद अंचल जी को श्रद्धांजलि देते हुये किया गया है। क्योंकि 2 मई 2010 को उनका स्वर्गवास हो गया था।
लेकिन यादव मंच ने भी नेताजी मुलायम सिंह यादव के स्नेह का पूरा सम्मान किया और यादव समाज को लेकर कही हुई उनकी हर बात को मायावती सरकार के दौरान भी बड़ी निर्भयता के साथ रखा। अब 18 सितंबर को यादव मंच पत्रिका के नये डिजिटल संस्करण की शुरूआत हो गई है। लेकिन जिसका कंटेंट और तेवर में वही पुराना फ्लेवर है। यादव मंच और उसकी पूरी टीम समाजवाद के महानायक मुलायम सिंह यादव को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है। पूरी जानकारी के लिये देखिये ये वीडियो-
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